कोचिंग सेंटर कैसे खोलें? जाने सारी प्रक्रिया 

आज के समय में बच्चों के साथ-साथ उनके अभिभावक भी यह चाहते हैं कि वह एकेडमिक फील्ड में किसी से पीछे ना रह जाए। ऐसे में वह अपने बच्चों को अधिक मजबूती देने के लिए कोचिंग में भर्ती करवाते है। आपको आज के समय में हर जगह बड़े से बड़े संस्थान मिल जायेंगे, जहां हजारों लाखों की संख्या में बच्चे ट्यूशन लेने आते है। इसलिए अपने खुद का शिक्षा संस्थान शुरू करना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है, हर स्टूडेंट के बीच आपकी पहचान भी बनेगी। इस आर्टिकल में हम आपको बताने वाले है कि कोचिंग सेंटर कैसे खोलें और उसके लिए किस प्रक्रिया को फॉलो करना होता है, उसके बारे में भी साझा करेंगे। 

हालांकि, आप अपना कोचिंग एक छोटे स्तर से भी शुरू कर सकते है। वहीं दूसरी तरफ चाहे तो किसी अन्य फेमस संस्थान से भी मदद ले सकते है। आपको हम आज सारे महत्वपूर्ण बिंदुओं के बारे में बताएंगे। इस लेख को अंत तक पढ़ें और अपनी एक नई योजना तैयार करें। 

कोचिंग इंस्टिट्यूट कैसे खोल सकते है?

कोचिंग इंस्टिट्यूट शुरू करने का मतलब यह नहीं है कि आपको बहुत बड़ी बिल्डिंग, बड़ा हॉल या अपार्टमेंट को रेंट में लेकर वहां से ही इसकी शुरूआत करनी होगी। यह भी जरूरी नहीं है कि इंस्टिट्यूट के लिए कंस्ट्रक्शन करवाना होगा। अगर आप चाहे तो अपने घर के कमरे या फिर हॉल से ही अपने इंस्टिट्यूट की शुरुआत कर सकते हैं। जैसे-जैसे स्टूडेंट की संख्या और आपकी इनकम बढ़ने लगेगी, तब आप कोचिंग के लिए किसी कॉम्प्लेक्स या फिर एक बिल्डिंग को ही रेंट में ले सकते हैं। 

आप कोचिंग खोलने के लिए दूसरा तरीका भी अपना सकते है। जिसमें आपको  Franchise Business का तरीका अपनाना होगा। अर्थात इस क्षेत्र में पहले से ही किसी नामी कंपनी की फ्रेंचाइजी ले करके भी आप अपना कोचिंग इंस्टिट्यूट शुरू कर सकते हैं। लेकिन किसी भी नामी गिरामी कंपनी के साथ Coaching Franchise business शुरू करने के लिए आपको थोड़ा अधिक निवेश करना पड़ेगा। पहले से ही मार्केट में अपना नाम बना चुकी कंपनी अपने बिजनेस पार्टनर से ₹400000 से लेकर के ₹500000 तक का लाइसेंस शुल्क लेती है। 

वहीं छोटे स्तर पर कोचिंग इंस्टिट्यूट शुरू करने के लिए किसी भी तरह की कोई लाइसेंस की जरूरत नहीं पड़ती है। लेकिन जब यह इंस्टिट्यूट बहुत बड़ा हो जाए तो फिर व्यक्ति को ट्रेड लाइसेंस तथा टैक्स रजिस्ट्रेशन दोनों की आवश्यकता पड़ती है।

कोचिंग सेंटर कैसे खोलें? 7 खास बातों को फॉलो करें

अगर आप खुद का कोचिंग इंस्टिट्यूट खोलना चाहते हैं, तो आपको कुछ विशेष बातों का खास ख्याल रखना होगा। जिससे कि आप बिना किसी परेशानी के अपने कोचिंग इंस्टिट्यूट को खोल सके और उससे कमाई कर सके। 

आज के समय में प्रत्येक छात्र खुद को और ज्यादा बेहतर बनाने के लिए कोचिंग इंस्टिट्यूट में एडमिशन लेते है। लेकिन उससे पहले वह कोचिंग इंस्टिट्यूट की कुछ बातों का मूल्यांकन करते है। ऐसे में अगर आप भी चाहते हैं कि आप छात्रों तथा उनके अभिभावकों के उम्मीद पर खड़ा उतरे, तो आपको निम्न बताए गए बातों का खास ख्याल रखना होगा। तभी आप अपना कोचिंग सेंटर खोल कर उसमें सफलता पा सकेंगे।  

1.अपने स्किल का मूल्यांकन करते रहे

वैसे तो ज्यादातर लोगों का यह मानना है कि कोचिंग इंस्टिट्यूट खोलने के लिए किसी खास स्किल का होना जरूरी नहीं है। लेकिन व्यक्ति का किसी एक सब्जेक्ट या फिर एक से अधिक सब्जेक्ट में अच्छा नॉलेज होना अनिवार्य है। यदि व्यक्ति इस बिजनेस में काफी ज्यादा लंबे समय के लिए सम्मिलित होना चाहता है, तो उसको निम्न बताए गए स्किल पर अच्छे से काम करना होगा। 

  1. व्यक्ति में इंस्टिट्यूट खोलने के लिए पीपल मैनेजमेंट स्किल्स होनी अनिवार्य है। क्योंकि उसे विद्यार्थियों को मैनेज करना पड़ता है और साथ ही साथ उस संस्थान को चलाने वाले अन्य मेंबर को भी हैंडल करने की कैपेसिटी होनी चाहिए। 
  2. हालांकि इंस्टिट्यूट शिक्षा का एक केंद्र होता है, ऐसे में उससे संबंधित सभी संसाधनों के प्रबंधन का कौशल भी होना अनिवार्य है। 
  3. किसी एक ही सब्जेक्ट या फिर एक से ज्यादा सब्जेक्ट्स की जानकारी होनी भी जरूरी है। 
  4. टीम मेकिंग कैपेसिटी और लीडरशिप की क्वालिटी का होना भी बहुत ही ज्यादा जरूरी है। ताकि भविष्य में क्वालिटी टीम का निर्माण सफलतापूर्वक कर सकें। 
  5. आपके पास ज्यादा से ज्यादा सवालों का हल होना चाहिए, जिससे बच्चों के मन में कोई भी शंका ना रहें और उन्हें आपके संस्थान में पढ़ना अच्छा लगे। 

2.सब्जेक्ट और क्लास का चयन करें 

यदि आपने अपने कौशल का मूल्यांकन कर लिया है, तो फिर आपको इस बिजनेस को प्रारंभ करने हेतु अगला कदम विषय और कक्षा के निर्धारण की तरफ बढ़ाना होगा। विषय तथा कक्षा के निर्धारण से यह मतलब है कि व्यक्ति इस बात का निर्धारण करें कि वह किन-किन विषय और किस ऐज ग्रुप या फिर किस क्लास के स्टूडेंट्स को अपने कोचिंग इंस्टिट्यूट में एडमिशन देंगे। 

कोचिंग खोलने के लिए यह एक अहम भूमिका निभाता है कि आप पढ़ाना क्या चाहते है और किन्हें पढ़ाने की क्षमता आपके अंदर है। आप अकेले सब विषय पढ़ाएंगे या फिर सारे विषयों के लिए अलग अलग शिक्षकों को रखेंगे। इन सभी बातों पर भी निर्णय लेना होता है।

3.पूंजी का इंतजाम करें

एक बार आप तय कर लेते है कि आपको कौन सा विषय पढ़ाना है और अपने कोचिंग को कैसे शुरू करना है, इसके बाद आपको इस कार्य के लिए पूंजी भी इक्कठा करना होगा। अगर आप छोटे बजट में शुरू कर रहे है, तो अपने दोस्तों या रिश्तेदारों से मदद ले सकते है। वहीं अगर आपने निर्णय लिया है कि कुछ बड़े स्तर पर स्टार्ट करना है, तो आपको अधिक निवेश करना होगा। इसके लिए आप सरकारी योजनाओं के तहत बिजनेस लोन ले सकते है। सरकार की तरफ से स्टार्टअप बिजनेस के लिए एक उचित इन्वेस्टमेंट दिया जाता है। 

4.जगह का चुनाव करें 

हालांकि, हमने बताया कि इस बिजनेस को शुरू करने के लिए शुरुआत में व्यक्ति अपने घर से ही शुरू कर सकता है। लेकिन अगर आप अपने घर से इस बिजनेस को शुरू नहीं करना चाहते हैं, तो आप किसी किराए की जगह से भी कोचिंग की नींव डाल सकते है। इसके लिए आपको किसी ऐसी जगह की तलाश करनी पड़ेगी, जहां पर विद्यार्थी बेहद ही आसानी से पहुंच सकें और वहां का माहौल भी शांत हो। ऐसा ना हो कि वहां पर सड़कों में चल रहे वाहनों की या फिर अगल-बगल में हो रहे शोर का प्रभाव पड़ सके। 

पढ़ाई में किसी भी तरह की कोई बाधा स्टूडेंट के लिए उचित नहीं होती है। इसके अलावा जगह कितनी बड़ी या फिर छोटी होनी चाहिए, यह सब भी आपको निर्धारित करना होगा। यह सारी बातें ही तय करेगी कि आपका भविष्य कैसे होगा और कोचिंग किस उंचाई तक जाएगा। 

5.संसाधनों का प्रबंधन 

खुद की कोचिंग इंस्टिट्यूट खोलने के लिए सबसे पहले तो आपके पास किसी खास विषय की संपूर्ण जानकारी होनी चाहिए। जिससे कि आप छात्रों को उस विषय से संबंधित अधिक से अधिक ज्ञान दे सके। लेकिन केवल इतना ही पर्याप्त नहीं होता है। विद्यार्थियों को पढ़ने के लिए कुछ संसाधनों का प्रबंध भी करना पड़ता है। सबसे पहले आपको जगह का इंतजाम करना पड़ता है, जहां पर कोचिंग इंस्टिट्यूट को चलाया जा सकें। 

बच्चों के बैठने के लिए कुछ कुर्सियां, बेंच, व्हाइट बोर्ड, व्हाइट मार्कर, या फिर ब्लैक बोर्ड, चौक, डस्टर इत्यादि की जरूरत पड़ती है। अभी तो यह चलन बन चुका है कि क्लास रूम में स्मार्ट बोर्ड और सीसीटीवी कैमरा भी लगाए जाते हैं। लेकिन शुरूआत में आपको इस पर खर्च करने की जरूरत नहीं है, कम संसाधनों से भी कोचिंग खोल सकते है। जब आपका सेंटर काफी बड़ा हो जाए, तब आप यह कर सकते हैं। 

एक विशेष बात का ख्याल रहे कि आपके पास जितने अधिक संसाधन होंगे, आपके छात्रों की संख्या भी उतनी ही तेजी के साथ बढ़ेगी।अपने पास एक कंप्यूटर या फिर लैपटॉप और इंटरनेट कनेक्शन जरूर रखें। वाई फाई का कनेक्शन भी दे, ताकि बच्चे खाली समय में ऑनलाइन भी कुछ पढ़ सकें। 

6.लाइसेंस बनवाएं

सिर्फ एक कमरे से शुरूआत करने के लिए किसी लाइसेंस की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। वहीं अगर आपका लेवल बड़ा है, तो आपको जरूरी दस्तावेज़ बनवाने होंगे। ट्रेड लाइसेंस, GST नंबर, टैक्स पेपर, आदि बनवा ले। अगर हर वर्ष आपकी कमाई 9 लाख से अधिक होती है, तो इन पेपरों का रहना अनिवार्य है। इनकी मदद से आपको और ऊपर जाने में बड़ा लोन भी आसानी से मिल जाता है और टैक्स समय पर भरने से आप कानूनी कार्रवाई से बच पाते है। 

7.मार्केटिंग करें

आज के समय में जो हालत है, वैसे में बिना मार्केटिंग के आपके बारे में कोई नहीं जान पाएगा। आपको पहले से से मौजूद बड़े इंस्टीट्यूट को टक्कर देना होगा और इसके लिए मार्केटिंग अहम है। आप कम फीस में अधिक गुणवता वाली शिक्षा प्रदान करने की कोशिश करें और बेस्ट फैकल्टी भी हायर करें। आप ईमेल मार्केटिंग, व्हाट्सएप मार्केटिंग, न्यूजपेपर, सोशल मीडिया, इत्यादि का इस्तेमाल कर सकते है। 

कोचिंग सेंटर खोलने में खर्च और कमाई कितनी होती है? 

कोचिंग सेंटर खोलने के दौरान सबसे बड़ा खर्चे तो जगह को चुनने में चला जाता है। आपको अपने बजट के अनुसार ही लोकेशन का चुनाव करना होगा और उचित स्थान पर कोचिंग खोलनी होगी। यह सब निर्णय आपको इसलिए लेना है क्योंकि जिस जगह पर आप कोचिंग इंस्टिट्यूट खोलेंगे, वहां का किराया आपको देना होगा।

इंस्टिट्यूट का किराया कितना लगेगा, यह इस बात पर निर्भर करता है कि इंस्टिट्यूट के लिए आपके किस जगह का चुनाव किया है। वही लंबाई और चौड़ाई में कितनी बड़ी है, एरिया कितना है, आदि। हालांकि शहर में लगभग 25 स्टुडेंट को एक साथ पढ़ाने के लिए एक कमरे का खर्च ₹2500 से लेकर के ₹3500 तक आता है। इसके अलावा कुछ जरूरी उपकरणों की भी जरूरत होती है, जो कुछ इस तरह से है। 

  1. वाइट बोर्ड, वाइट मार्कर
  2. ब्लैक बोर्ड, चौक, डस्टर
  3. पंखे, एयर कंडीशनर,
  4. लैपटॉप या डेस्कटॉप
  5. बेंच या कुर्सियां, मेज

इस प्रकार से यदि देखा जाए तो कोचिंग सेंटर खोलने के लिए कुल खर्च लगभग ₹75000 से लेकर ₹100000 के मध्य में आता है। ध्यान रहे कि यह खर्च सिर्फ एक बार ही निवेश किया जाता है, इसके बाद आपको कुछ कुछ ही पैसे देने पड़ते है। 

वहीं अगर बात की जाए कमाई की, तो कोचिंग खोल कर उसमें कमाई कितनी होगी, यह बच्चों की संख्या पर निर्भर करता है। एक अनुमान एक अनुसार कम से कम 100 बच्चे आराम से आते है और न्यूनतम फीस भी रखी जाएं, तो भी आप महीने में 70,000 से लेकर 1,00,000 तक कमा सकते है और अधिक से अधिक यह करोड़ तक भी जा सकती है। इस कमाई में से आपको कुछ पैसे फैकल्टी तथा उनके वेतन में खर्च करने होंगे। इस तरह से आपको महीने के ₹30000 से ₹32000 रुपए आराम से इंस्टिट्यूट के माध्यम से प्रॉफिट मिल जायेंगे। वहीं बड़े स्तर पर कोचिंग रहने पर, यह मुनाफा लाखों में भी जा सकता है। 

निष्कर्ष

आज हमने आपको कोचिंग इंस्टिट्यूट खोलने के तरीके और इससे होने वाले कमाई के बारे में सारी जानकारियां उपलब्ध करवा दी है। हम उम्मीद करते है कि आपको इससे काफी मदद मिली होगी और योजना बनाने में आसानी भी होगी। हमने आपको बताया कि कोचिंग सेंटर कैसे खोलें, यह लेख कैसा लगा, हमें जरूर बताएं। यदि आपके मन में कोई अन्य शंका है, तो कमेंट बॉक्स के जरिए पूछ सकते है।

Wasim Akram

वसीम अकरम WTechni के मुख्य लेखक और संस्थापक हैं. इन्होंने इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है लेकिन इन्हें ब्लॉगिंग और कैरियर एवं जॉब से जुड़े लेख लिखना काफी पसंद है.

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