Fastag क्या है और यह कैसे काम करता है? पढ़ें पूरी जानकारी

यात्रा करने में जो आनंद और खुशी की प्राप्ति होती है, उसे कभी बयां नहीं किया जा सकता है। लोग अपने जीवन के भागम भाग वाले दिनचर्या से कुछ समय राहत पाने के लिए ही यात्रा किया करते हैं। अगर आप भी रोड ट्रिप करने के शौकीन है, तो फिर आपने टोल टैक्स के बारे में अवश्य ही सुन रखा होगा। इसके लिए एक लंबी लाइन में इंतजार करना पड़ता है, अगर आप इससे बचना चाहते है, तो आपको फास्टैग का इस्तेमाल करना चाहिए। अब आपके मन में आएगा कि Fastag क्या है, तो इसी के बारे में हम आपको आज बताने वाले है। 

इसके अलावा इसके होने से और इसके न होने से क्या फर्क पड़ेगा, इसके कितने फायदे है, इत्यादि के बारे में साझा करेंगे। आप इसे कहां से खरीद सकते है और रिचार्ज करने की क्या प्रक्रिया है, इन सबके बारे में आपको यहां मिलेगा। अब बिना वक्त गंवाए इस आर्टिकल को शुरू करते है। 

Fastag क्या है?

यात्रा करते दौरान नेशनल हाईवे में टोल टैक्स को लगभग सभी लोगों ने देख रखा है। हाईवे के निर्माण में सरकार लाखों करोड़ों रुपए खर्च करती है। ऐसे में उनका इस्तेमाल करने लिए लोगों को भुगतान करना पड़ता है। इस वजह से नेशनल हाईवे में कुछ किलोमीटर के अंतराल में टोल टैक्स होते हैं। जहां पर वाहनों से टैक्स लिया जाता है। हालांकि प्रारंभ में यह टैक्स कैश में लिया जाता था। लेकिन पैसों की फेर बदली और डकैती के कारण सरकार को काफी ज्यादा नुकसान हो रहा था। 

इस वजह से Fastag की शुरुआत हुई। यह एक डिजिटल माध्यम है, जिसके द्वारा वाहनों से ऑनलाइन ही टैक्स लिया जाता है। इसमें व्यक्ति को आधार कार्ड साइज का एक फास्टैग स्टिकर दिया जाता है, जिसे उसे अपने विंडशील्ड में लगाना होता है। 

Fastag की शुरुआत कब की गई थी?

जैसाकि हमने बताया कि प्रारंभ में टैक्स की वसूली कैश में ही की जाती थी। लेकिन पैसों की फेर बदली और डकैती के कारण सरकार ने आधुनिक माध्यम से टैक्स वसूली की इस पद्धति को अनिवार्य कर दिया। Fastag की शुरुआत साल 2016 में ही कर दी गई थी। किंतु प्रारंभ में इसकी आवश्यकता और अनिवार्यता प्रत्येक वाहन के लिए नहीं थी। 15 फरवरी 2021 की मध्य रात्रि से ही प्रत्येक चार पहिया वाहन के लिए फास्टैग को अनिवार्य घोषित कर दिया गया। 

यदि किसी चार पहिया वाहन पर फास्ट टैग नहीं लगा हुआ है, तो फिर किसी भी टोल प्लाजा से गुजरने पर उसे उस श्रेणी के लिए निर्धारित शुल्क से दो गुना अधिक शुल्क भुगतान करना पड़ता है। 

Fastag कैसे काम करता है?

हालांकि, यह एक आधुनिक माध्यम है, इस वजह से प्रत्येक चीज आधुनिक रूप से ही होती है। अर्थात टोल टैक्स से कुछ दूरी पर स्पीड ब्रेकर्स लगे हुए होते हैं। जिस वजह से वहां की गति को धीमा करना पड़ता है। 

Fastag कार्ड विंडशील्ड में लगा हुआ होता है और गति धीमी होने के कारण टोल टैक्स के ऊपर लगे स्कैनर से इसे स्कैन कर लिया जाता है। आपको बता दे कि यह प्रक्रिया Radio Frequency Identification (RFID) technology के कारण ही संभव हो पाती है। 

व्यक्ति को अपने Fastag कार्ड को रिचार्ज करना होता है और टोल टैक्स से गुजरने के बाद उसके कार्ड से या फिर उसके अकाउंट से निर्धारित टैक्स कट जाते हैं। इसके बारे में कुछ समय के बाद एसएमएस के माध्यम से जानकारी मिल जाती है कि कितना टैक्स कटा और कितना अमाउंट शेष है।  

Fastag कहाँ से खरीद सकते हैं?

यदि आपके भी पास चार पहिया वाहन है एवं आप भी Fastag खरीदना चाहते हैं, तो आपको हाईवे के पॉइंट ऑफ सेल से इसे खरीदना होगा। प्रत्येक टॉल टैक्स के पास ऐसे पॉइंट्स होते हैं, जहां से आप फास्टैग कार्ड खरीद सकते हैं। 

अगर आप चाहे तो इस कार्ड को बैंक से भी खरीद सकते हैं। वर्तमान में यह फैसिलिटी एसबीआई, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, आईडीएफसी बैंक, एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक सिंडिकेट बैंक इत्यादि उपलब्ध करवा रहे हैं। 

इसके अतिरिक्त आजकल तो Fastag की खरीदारी लोगों द्वारा पेटीएम और अमेजॉन से भी की जा रही है। आप अपनी आवश्यकता और सुविधा अनुरूप किसी भी माध्यम से इसकी खरीदारी कर सकते हैं। 

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Fastag के लिए जरूरी दस्तावेज

Radio Frequency Identification (RFID) technology पर काम करने वाला Fastag का प्रयोग टोल प्लाजा पर होने वाले टैक्स कलेक्शन के  दौरान होने वाले समस्याओं के समाधान के लिए ही किया जाता है। राष्ट्रीय हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के द्वारा ही देश में इलेक्ट्रॉनिक रोल कलेक्शन सिस्टम का शुभारंभ किया गया। 

लेकिन इसके लिए आवश्यक है कि आपके पास Fastag कार्ड हो, इसको बनवाने के लिए आपको कुछ दस्तावेजों की आवश्यकता पड़ेगी। जो कुछ इस प्रकार है-

  1. गाड़ी का आरसी अर्थात रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट
  2. वाहन के मालिक का पासपोर्ट साइज फोटो
  3. आधार कार्ड 
  4. पैन कार्ड 
  5. पासपोर्ट 
  6. ड्राइविंग लाइसेंस 
  7. वोटर आईडी कार्ड 

Fastag कैसे रिचार्ज करते हैं?

Fastag से ना केवल गवर्नमेंट को टैक्स कलेक्शन में आसानी होती है, इसके अलावा लोगों का समय भी बचता है और टोल प्लाजा पर होने वाली भीड़ से भी छुटकारा मिल जाता है। लेकिन इसका प्रयोग तभी किया जा सकता है, जब यह रिचार्ज हो। हम आपको फास्टैग को रिचार्ज करने के कुछ तरीकों के बारे में यहां बताने वाले है।

Fastag एप्लीकेशन से रिचार्ज करें

  • प्ले स्टोर में जाकर फास्टटैग एप्लीकेशन को डाउनलोड करना होगा। 
  • उसके बाद आपको ऐप ओपन करना है और वहां पर Recharge Via UPI के ऑप्शन पर क्लिक कर देना है।  
  • ऐसा करते ही आपके स्क्रीन पर ढेर सारे बैंकों के नाम देखने को मिल जाएंगे। आपको उनमें से अपने Fastag प्रोवाइडर बैंक को सेलेक्ट कर लेना है। 
  • इसके बाद आपको अपनी गाड़ी का व्हीकल नंबर यहां पर डाल करके सबमिट कर देना है। 
  • आपको यूपीआई दिखाई देने लगेगी, जो आपकी गाड़ी के नंबर और प्रोवाइडर बैंक द्वारा बनाए जाने वाला यूपीआई ऐड्रेस होता है। आपको वैलिडेट पर क्लिक कर देना है। 
  • यहां पर Fastag बैंक आपकी गाड़ी के नंबर को वेरीफाई करेगा। वेरिफिकेशन होने के बाद ग्रीन टिक आपको दिखाई देने लगेगा। 
  • अब आपको जितने रूपयों का रिचार्ज करना है, उतना अमाउंट डालना है। उसके बाद सबमिट के ऊपर क्लिक कर देना है। इतना करने के बाद आपको यूपीआई एप देखने को मिलेंगे, जिसमें से आपको अपने मन पसंदीदा एप्लीकेशन को सेलेक्ट करके पेमेंट कर देना है। 

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पेटीएम से रिचार्ज करें

  • सर्वप्रथम आपको पेटीएम मोबाइल ऐप में या फिर वेबसाइट पर जाना होगा। वहां पर आपको Fastag रिचार्ज को सर्च करना है। 
  • इसके बाद आपको Fastag रिचार्ज पेज पर उस बैंक को सेलेक्ट कर लेना है, जिससे आपने अपना Fastag कार्ड बनवाया था।
  • इतना करने के बाद आपको अपनी गाड़ी का व्हीकल नंबर यहां पर डाल देना है। व्हीकल नंबर को आपको बिना स्पेस के यहां पर इंटर करना होगा। 
  • इतना करने के बाद आप अपने वॉलेट, पेटीएम पेमेंट बैंक अथवा कार्ड के द्वारा पेमेंट करके Fastag रिचार्ज कर सकते हैं। 

Phone pe से रिचार्ज करें

  • सबसे पहले आपको अपने फोन में Phone pe एप्लीकेशन को खोलना होगा। 
  • आपको होम पेज पर रिचार्ज और Pay all Bills के ऑप्शन पर जाकर Fastag रिचार्ज के आइकन पर क्लिक कर देना है। 
  • फिर अपने बैंक को सेलेक्ट कर लेना है। 
  • अब आपको यहां पर अपनी गाड़ी का नंबर डालना है और फिर कंफर्म के बटन पर क्लिक कर देना है। 
  • इतना करने के बाद आपके सामने Fastag अकाउंट की सारी की सारी जानकारी खुलकर आ जाएगी। 
  • इसके बाद आपको यहां पर बैंक सेलेक्ट करना है। जिससे आपको अपना Fastag रिचार्ज करना है। 
  • बैंक सेलेक्ट करने के बाद आपको पे बिल पर क्लिक कर देना है। अंततः आपको पेमेंट करने के लिए अपना पिन नंबर यहां पर डाल देना है। इस प्रकिया से आपका Fastag रिचार्ज कंप्लीट हो जाएगा। 

Fastag की आवश्यकता क्यों पड़ती है? 

जैसा कि हमने बताया कि टोल टैक्स कलेक्शन जब केवल कैश पेमेंट के माध्यम से ही होता था। तब काफी ज्यादा भीड़ जमा हो जाती थी। इसके अलावा पैसे लेनदेन के लिए भी छुट्टे पैसे नहीं रहा करते थे। जिस वजह से और भी अधिक विलंब हो जाता था। 

इसके अलावे अवैध वसूली और डकैती जैसी घटनाएं भी काफी ज्यादा हुआ करती थी। जिस वजह से सरकार को अधिक नुकसान होता था। इस समाधान के लिए जब सरकार ने फास्टैग को लोगों के समक्ष रखा, तो इससे यह सारी घटनाएं काफी कम हो गई। 

अब ना टोल प्लाजा के पास लंबी कतार लगती है और ना ही पैसों की फेर बदली होती है। यह लोगों का काफी ज्यादा समय भी बचाती है। 

जीरो बैलेंस Fastag क्या होता है?

अगर बात की जाए जीरो बैलेंस Fastag की तो यह एक प्रकार का विशेष कार्ड होता है। जो हमारे देश में वीआईपी लोगों को उपलब्ध करवाया जाता है। हमारे देश में मुख्य रूप से विधायक, सांसद, ऑफिसर्स, इत्यादि को जीरो बैलेंस फास्टैग उपलब्ध करवाया जाता है। 

इसके प्रयोग से टोल प्लाजा में टैक्स पेमेंट से छूट मिल जाती है और यहां से गुजरने के दौरान पैसों का भुगतान नहीं करना पड़ता है। किंतु यह हमारे देश में गिनी चुने लोगों को ही प्राप्त होता है। 

Fastag से क्या फायदा है?

Fastag के प्रयोग से ना केवल लोगों को सुविधा होती है बल्कि इसके और भी कई सारे फायदे लोगों को प्राप्त होते है। इन्हीं में से मुख्य लाभ निम्नांकित है, जो आपको फास्टैग से मिलने वाले है।

ऑनलाइन पेमेंट से बढ़ोतरी:

Fastag के प्रयोग से लोगों के द्वारा काफी बड़े मात्रा में ऑनलाइन ट्रांजैक्शन किया जा रहा है। इस प्रक्रिया से ऑनलाइन पेमेंट में काफी तेजी से वृद्धि हो रही है। यह अप्रत्यक्ष रूप से ही सही लेकिन डिजिटल करेंसी को बढ़ावा दे रहा है। 

लाइन में लगने की दिक्कत नहीं:

कैश पेमेंट में केवल टैक्स कलेक्शन के लिए टोल प्लाजा में काफी लंबी लाइन लग जाया करती थी। जिस वजह से लोगों का ज्यादा समय यहां बर्बाद हो जाया करता था। लेकिन Fastag के प्रयोग से लंबी लाइन की यह दिक्कत सदा के लिए समाप्त हो गई। 

कैशबैक का लाभ:

टोल प्लाजा में यदि Fastag कार्ड से टैक्स पेमेंट किया जाता है, तो फिर इस स्थिति में निर्धारित टैक्स ही लिया जाता है। अर्थात बगैर इस कार्ड के टैक्स पेमेंट में निर्धारित धनराशि से दौगुने का भुगतान करना पड़ता है। इसकी मदद से पेमेंट करने पर ना केवल निर्धारित शुल्क ही देना पड़ता है, अपितु कैशबैक की सुविधा भी मिलती है। 

अवैध वसूली में कमी:

टोल प्लाजा पर कैश पेमेंट के दौरान काफी अवैध वसूली होती थी। इससे सरकार नुकसान में रहती थी, इसके अलावा टोल प्लाजा में काम करने वाले वर्कर्स भी काफी ज्यादा चिंतित रहा करते थे। हालांकि, अब सारी पेमेंट ऑनलाइन ही होती है, जिससे अवैध वसूली की घटनाएं भी कम हो चुकी है। 

गांव वालों के लिए मददगार:

यदि कोई गांव नेशनल हाईवे के 20 किलोमीटर एरिया में आता है, तो वहां रहने वाले लोगों को फास्टैग के जरिए खास सुविधा दी जाती है। उन्हें महीने में बस एक बार ₹275 देने पड़ते है और आधार कार्ड की मदद से एक पास बनवाया जाता है। इसके बाद वो महीने में कभी भी आ जा सकते है, लेकिन उन पर कोई भी टोल टैक्स नहीं लगाया जाता है। 

निष्कर्ष

इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको यह बताने का प्रयास किया कि Fastag क्या है? इसका प्रयोग क्या है और इससे लोगों को कितनी सुविधाएं प्राप्त होती है। हम आशा करते हैं कि फास्टैग से संबंधित सारे प्रश्नों के उत्तर आपको हमारे इस पोस्ट के माध्यम से प्राप्त हो गए होंगे। यदि आपको कोई अन्य जानकारी लेनी है, तो हमसे कमेंट बॉक्स के जरिए पूछ सकते है। 

Wasim Akram

वसीम अकरम WTechni के मुख्य लेखक और संस्थापक हैं. इन्होंने इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है लेकिन इन्हें ब्लॉगिंग और कैरियर एवं जॉब से जुड़े लेख लिखना काफी पसंद है.

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